Vishvaraj ChauhanFeb 15, 20191 minMain Yahaan Aaya Hoonमैं यहाँ अपने आप को खोजने आया हूँ, उसके शहर की एक रात चुराने आया हूँ! मैं यहाँ अपने गीत सुनाने आया हूँ, उसकी शाम मे एक पल बिताने आया हूँ! मैं यहाँ अपने ख्वाब साकार करने आया हूँ, उसके एक पल मे ज़िंदगी जीने आया हूँ! मैं यहाँ अपना मॅन भरने आया हूँ, अपनी ज़िंदगी मे उसके रंग भरने आया हूँ! मैं यहाँ एक मासूम होली खेलने आया हूँ, उन्ही रंगों को उसके चेहरे पे लगाने आया हूँ! मैं यहाँ कुछ महसूस करने आया हूँ, उस चहेरे पे गिरी बारिश की बूँदों को निहारने आया हूँ! मई यहाँ अपने दिल की प्यास ब
Vishvaraj ChauhanApr 20, 20181 minSavaal Hai (Poem)दर वीरान है और दस्तक का सूना हाल है, शहर मे मकान तो है, पर घर का सवाल है| खुले उजाले मे बस्ते अंधेरे का ख़याल है, हँसना आता तो है, पर हँसी खिलने का सवाल है| रात को नींद नही पर दिन से लड़ने की मज़ाल है, सीने मे दिल तो है, पर धड़कन का सवाल है| रास्ते है कहीं, और अकेले चलने का काल है, लोग पहचानते तो है, पर अपनो का सवाल है| ज़िंदगी का यह एक ऐसा मायाजाल है, तन्हाई तो है, पर जीने का सवाल है| – Funadrius #Hindi #HindiPoetry #Poetry