एक छोटे शहर का जानी
एक होता है गांव का इंसान;
एक होता है शहर का प्राणी|
उन दोनों से भी परे है,
एक छोटे शहर का जानी|
उसे AC की हवा भी पता है,
और पता है बिजली न होने की गर्मी|
उसे बड़े Cafe की कॉफ़ी भी पता है,
और छोटे टपरी की चाय भी|
पैदल चलना कहीं, और Two wheeler पे घूमना कहीं,
इनके बीच ही मेट्रो समां जाता है कहीं|
उसे वह गली का प्यार भी मालूम है,
और वह इंटरनेट की कहानियां भी|
उसे खाने में Cuisine भी पता है,
और भोजनालय की गति भी|
उसे जीने का भी उतना ही एहसास है,
जितना खुद के होने का भी! <3